आवोजी मन मोहन प्यारे, सुख सबों अंग दीजे !
कीजे कृपा पीया जानके अपनी, भोजन आज यहां कीजे !!
हंसिकर मन्दिर मांहीं पधारे, उष्णोदक नहवराये !
नवल किशोर किशोरी सुन्दर, आसन ऊपर सुहाये !!
चोवा चन्दन अतर अरगजा, केशर कम कम ल्याये !
चर्चे रूप युगल रस भीने, वनिता चाहूं ओर गाये !!
सकल पाक बहु व्यंजन अथाने, मेवा मधुर मिठाई !
षटरस स्वाद रसोई रुचिके, थाल संजोय सखी ल्याई !!
रसिक राज सुन्दरवर श्यामा, आरोगे रूचि कीजे !
श्री जमुना जल कनक कचोले, प्रीतम प्यारे पीजे !!
करके भोजन उठे हैं अचायके, सेज्या ऊपर धनी आये !
कपूर कस्तूरी सुवासकी बीडी, आरोगे मन भाये !!
नाना रंग प्रेम रस विलसत सुन्दर सब सुख दीजे !
नागर नवल नागरी श्रीमहामति, नेह नवरंग रस भीजे !!
श्री ५ नवतनपुरी धाम जामनगर
श्री अर्जुन राज
प्रणाम