4/07/2010

झीलना

श्री जमुनाजी के घाट में, अमृतवन पाट मे !
करत क्रीड़ा जल जोयना, संग सोहे श्यामा !!
सच्चिदानन्द मन भावना, संग सोहे श्यामा !!

सकल सिनगार किये, अजब तिलक दिये !
रंग रंगीले दोऊ रंगना, संग सोहे श्यामा !!

राजित किशोर किशोरी, शोभित जुगल जोड़ी !
राज रसिक पीया प्रेमना, संग सोहे श्यामा !!

प्रीतिसों प्रीतम प्यारी, निरखत नवरंग वारी !
श्रीजी अखंड सुख निजधामना, संग सोहे श्यामा !!

श्री ५ नवतनपुरी धाम जामनगर
श्री अर्जुन राज
प्रणाम