श्री १०८ का अर्थ होता है-१०८ पक्ष, अत: बड़े तीर्थोंके नामके आगे १०८ पक्षके प्रतीक श्री १०८ लिखा जाता है, मालाके मनके भी इसीके प्रतीक १०८ ही होते हैं, श्री ५ का अर्थ पांच स्वरूपका प्रतीक है, यह श्री १०८ और श्री ५ पुरयोंके नामके आगे लिखा जाता है, धर्माचार्योंके नामके आगे श्री १०८ लिखनेकी परम्परा है, अपने यहाँ तीन पुरियाँ हैं-
१ श्री ५ नवतनपुरी धाम, जामनगर
२-श्री ५ मंगलपुरी धाम, सूरत
३-श्री ५ पद्मावतीपुरी धाम, पन्ना
हम सब ऐसे परम पुनीत तीर्थ धाम को सादर प्रणाम करते हैं । प्रणाम ..........
श्री अर्जुन राज