2/16/2010

श्री मद्तारतम महाविद्यालय श्री ५ नवतनपूरी धाम


वंदो सतगुरु चरनको, करूँ सो प्रेम प्रणाम !

अशुभ हरण मंगल करण, श्री देव्चान्द्रजी नाम !!

परम पुनीत श्री १०८ श्री ५ नवतनपुरी धाम खिजडा मंदिर ट्रस्ट संचालित श्री मद्तारतम महाविद्यालय में देश देशांतर से शास्त्रोक्त विद्या हासिल करनेके लिए विद्यार्थीयों आते हैं, उन सबको पढ़ने के लिए परम वन्दनीय गुरूजी श्री यमनाथ शास्त्रीजी महाराज का मुख्य भूमिका रहता है, विद्यार्थी जनोको श्री मद्तारतम सागर, परमधाम पट्दर्शन , वीतक, वैराट तथा अन्ने शास्त्रोंका ज्ञान भी प्रदान करते हैं ! इनके साथ-साथ सेवा पूजा मंगल आरती सिनगार आरती, संध्या आरती तथा सयेन आरती अर्थात श्री राजश्यामाजी को पौढ़ावनी जैसा अनेकौं विषय में पारंगत करवाते हैं, तथा ज्ञान, भक्ति, वैराग्य के विषय में भी पारंगत करवाते है ! इन सब में पारंगत होनेके बाद जगद गुरु श्री १०८ कृष्णमणि महाराजजी के आज्ञा के मुताविक वाणी पूर्णाहूति का आयोजन रख्खा जाता है, पूज्य महाराज श्री तथा गुरूजी श्री यमनाथ शास्त्रीजी महाराज आशीर्वचन के साथ वाणी विशारद के पदवी से सम्मानित करते हैं !!

एसे परम पुनीत श्री ५ नवतनपुरी धाम को हम सब सत सत दंडवत प्रणाम करते हैं !!
pranam arjun raj